बात तो वही सच होती है, जो आँखें कहती हैं. शेष तो आप पर है...चाहे जिसे सच मानें. है ना ? अच्छी कविता है.
sabd mere hai pr un pr aap apni ray dekr unhe nya arth v de skte hai..
बात तो वही सच होती है, जो आँखें कहती हैं. शेष तो आप पर है...चाहे जिसे सच मानें. है ना ? अच्छी कविता है.
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